Lakes in Himachal Pradesh – हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्द झीलें

हिमाचल प्रदेश पर्यटक की दृष्टि से बेहद खूबसूरत जगह है. हिमाचल प्रदेश की झीलें (Lakes in Himachal Pradesh) इसका एक भाग है. हिमाचल प्रदेश की झीलों के बारे मेंकई रोचक तथ्य है जिनके बारे में आप शायद नहीं जानते होंगे. पर्यटक स्थल होने के साथ-साथ इनमें धार्मिक आस्थाएं भी जुड़ी हुई हैं. आइये आज हिमाचल प्रदेश की झीलों के बारे में जानते हैं.

1. सूरज ताल झील

यह झील भारत की सबसे ऊंची तीसरी झील के नाम से भी जानी जाती है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में यह स्थित है जिसकी ऊंचाई लगभग 4950 मीटर है. सूरज ताल झील को अक्सर सूर्य देव से जोड़कर देखा जाता है, क्योंकि जैसा कि नाम से प्रतीत होता है सूरज से सूर्य तथा ताल से झील. अर्थात सूर्य की झील.

सूरज ताल घुमने का सबसे अच्छा समय

सूरज ताल झील जाने का सबसे अच्छा समय में से अक्टूबर के बीच हो सकता है. क्योंकि इन महीनों में अपेक्षाकृत तापमान अधिक रहता है जिसके कारण सड़क की हालत ठीक रहती है और आने-जाने की सुविधा लगभग बाकी मौसम के बजाय अच्छी रहती है. तो यदि आप सूरज टल झील जाने का सोच रहे हैं तो आपको इन्हीं महीना में जाना चाहिए.

2. पराशर झील

पराशर झील 300 मीटर की परिधि वालीएक अति आकर्षक झील है जो की मंडी जिले में स्थित है. यह झील ऋषि पाराशर को समर्पित तीन मंजिला शिवालय के सामने स्थित है. इस झील का पानी बेहद साफ होता है कि आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते एकदम क्रिस्टल क्लियर.

मंडी रियासत के राजा बाणसेन ने इस मंदिर को चौधरी शताब्दी में बनाया था तथा ऋषि पराशर ने इस स्थान पर तपस्या की थी. यह झील 2730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो कि हिमाचल प्रदेश की सभी जिलों में एक अनोखी और अद्भुत झील है. ऐसा माना जाता है कि इस झील में एक पक्षी रहता है जो इस झील की साफ सफाई का ख्याल रखता है.

पराशर झील घूमने का सबसे अच्छा समय

आप यदि पराशर झील की रमणीय सुंदरता को निहारना चाहते हैं तो आप फरवरी से अक्टूबर नवंबर तक कभी भी यहां पर आ सकते हैं. सर्दी के मौसम में यह बर्फ से ढकी रहती है जिसकी अपने आप में एक अद्भुत सुंदरता है. वहीं गर्मियों के मौसम में भी झील को देखने का नजारा अद्भुत है.

3. नाको झील

नाको झील जिला किन्नौर के 3660 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह आमतौर पर बौद्ध भिक्षुओं का तथा पर्यटकों का आकर्षण केंद्र है. प्रतिवर्ष अलग-अलग महीना में यहां पर हजारों की संख्या में अलग-अलगदेश से पर्यटक घूमने आते हैं. तथा यहां के रमणीय नजरों की ठंडी हवा में सुकून की अनुभूति प्राप्त करते हैं.

नाको झील के बारे में कहा जाता है कि इस झील के चारों ओर एक चक्कर काटने से सभी पाप कट जाते हैं. हालांकि प्रत्येक क्षेत्र की अपनी अपनी मान्यता होती हैं और जनश्रुति के अनुसार आप उनके बारे में और जान सकते हैं. हम आपके यहां पर जो जानकारी बता रहे हैं वह जनश्रुति पर ही आधारित है.

नाको झील घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

क्योंकि यह झील जिला किन्नौर में स्थित है जो की एक ऊंचाई वाला क्षेत्र है, इसलिए नाको झील को देखने का आनंद आप अप्रैल से अक्टूबर महीने के बीच में ले सकते हैं. इस समय मौसम सुहावना होता है और झीलों की सुंदरता अपनी चरम सीमा पर होती है जिसको देखकर आप आनंद की अनुभूति प्राप्त कर सकते हैं.

4. रिवालसर झील

रिवालसर झील मंडी जिला में 1360 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. रिवालसर झील के बारे में कहा जाता है कि इस सेल का निर्माण अर्जुन द्वारा अपनी माता की प्यास बुझाने के लिए किया गया था. यह एक पर्यटक स्थल है जहां पर हजारों की संख्या में प्रतिवर्ष पर्यटक घूमने आते हैं.

रिवालसर झील घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

उत्तर भारत में स्थित होने के कारण यह झील सर्दियों मेंठंड की गिरफ्त में आ जाती है जिसके कारण यहां पर घूमने जाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. रिवालसर झील घूमने का सबसे बेहतर समयमार्च से अक्टूबर तक हो सकता है.

5. चंद्रताल झील

चंद्रताल झील हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में है. यह झील लगभग 4250 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जिसका आकार अर्द्ध चंद्राकार की तरह है. इस झील का व्यास लगभग 2.5 किलोमीटर है. झील के निकटतम कुंजम दर्रा है जहां से झील तक सड़क के माध्यम से पहुंचा जा सकता है.

चंद्रताल झील घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

चंद्रताल झील बेहद ऊंचाई पर स्थित होने के कारण अधिकतर समय बर्फ से ढकी रहती है. झीलों की सुंदरता को निहारने के लिए अगस्त और सितंबर महीना सबसे बेहतर समय हो सकता है. यदि आप चंद्रताल झील घूमने की योजना बना रहे हैं तो आपको इन्हीं दो महीनों में जाने के बारे में सोचना चाहिए.

6. मणिमहेश झील

हिमाचल प्रदेश के मणिमहेश पर्वत की गोद में स्थित मणिमहेश झील एक रमणीय पर्यटक स्थल है. यह झील चंबा जिला के भरमौर क्षेत्र में लगभग 4080 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. मणिमहेश कैलाश पर्वत की यात्रा करते हुए भी आप मणिमहेश झील की खूबसूरती को निहार सकते हैं.

देव आदि देव महादेव के चरणों में स्थित यह झील अपने आप में एकआस्था का केंद्र होने के साथ-साथ खूबसूरती का भी अद्भुत प्रदर्शन करने वाली आकर्षक झील है.

मणिमहेश झील घूमने जाने का सबसे बेहतर समय

मणिमहेश झील जुलाई तथा अगस्त में मणिमहेश यात्रा के दौरान हजारों श्रद्धालुओं से भर जाता है. क्योंकि इस वक्त मणिमहेश कैलाश यात्रा चलती है इसी कारण श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है. यदि आप मणिमहेश झील की खूबसूरती का आनंद लेना चाहते हैं तो आपको भी एक बार यहां पर अवश्य आना चाहिए.

7. भृगु झील

हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के रोहतांग दर्रे के पूर्व में भृगु झील स्थित है. भृगु झील एक पर्वतीय झील है जिसका नाम भृगु ऋषि के नाम पर पड़ा है. इस झील की ऊंचाई लगभग 4300 मीटर के आसपास है. झील के आसपास आप ट्रैकिंग भी कर सकते हैं और भृगु झील ट्रैकिंग पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध है.

भृगु झील घूमने जाने का सबसे बेहतर समय

यदिआप भृगु झील घूमने का आनंद लेना चाहते हैं तो मई से अक्टूबर तक एक अच्छा मौसम हो सकता है. लगभग 14000 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह झील आपको न केवल पहाड़ों का अनुभव करवाती है बल्कि ठंडी और सुकून देने वाली हवाओं से आपको आनंद की अनुभूति करवाने में भी पूर्णता सफल है.

8. करेरी झील

करेरी झील एक ताजा पानी की झील है जो कि हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में धौलाधार पर्वत श्रृंखला के दक्षिण की ओर स्थित है. यह झील समुद्र तल से लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस झील को कुमारवाह झील के नाम से भी जाना जाता है.

करेरी झील घूमने जाने का सबसे बेहतर समय

करेरी झील आप वर्ष के किसी भी मौसम में घूमने जा सकते हैं. प्रत्येक मौसम में झील में अलग-अलग तरह के आरामणीय नजरे होते हैं आप भी उनका आनंद ले सकते हैं.

निष्कर्ष : Famous Lakes in Himachal Pradesh

हिमाचल प्रदेश में अनेको झीलों में से ये कुछ ऐसे प्रमुख झीलें हैं जिनका दीदार आपको जीवन के उन अविस्मरनीय पलों की किताब के लिए किस्से देगा जिसे आप उम्र भर संजोकर रखना चाहेंगे. उम्मीद है आपको इनके बारे में जानकर अच्छा लगा होगा. आप ऐसे ही शानदार जानकारी के लिए हमें फेसबुक [Folktales by Himsuchna] पर भी फॉलो करें.

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